ITR Filling 2025: ITR दाखिल करने से पहले जान लें ये 6 जरूरी बातें, नहीं तो हो सकता है नुकसान

ITR Filling 2025: इससे पहले कि आप अपना टैक्स रिटर्न दाखिल करने के बारे में सोचें, कन्फर्म करें कि आपका आधार आपके पैन से जुड़ा हुआ है. साथ ही, सही ITR फॉर्म चुनना भी जरूरी है. गलत फॉर्म भरने से आपका रिटर्न खारिज हो सकता है.

 
ITR Filling 2025

ITR Filling 2025: साल का वह समय आ गया है जब हर टैक्स पेयर को अपनी आय का ब्योरा इकट्ठा कर आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करने की तैयारी करनी होती है. फिर चाहे आप वेतनभोगी हों, फ्रीलांसर हों या छोटे व्यवसाय के मालिक, समय पर और सही तरीके से ITR भरना बेहद जरूरी है.

इंडिया टुडे में पब्लिश्ड आर्टिकल में ClearTax की टैक्स विशेषज्ञ शेफाली मुंद्रा बताती हैं, “अगर आप अपनी आय के स्रोत चाहे जैसे भी हों, पूरी जानकारी रखें तो न केवल आप ज़रूरी कटौतियों का फायदा उठा सकते हैं, बल्कि जुर्मानों से भी बच सकते हैं और रिफंड भी ज़्यादा प्राप्त कर सकते हैं.

ITR भरने में अंतिम समय की भागदौड़ और गलतियों से बचने के लिए, यहां 6 अहम बातें बताई जा रही हैं जिन्हें जानना आपके लिए बेहद जरूरी है.

1. सही ITR फॉर्म चुनना है बेहद जरूरी

सबसे पहले यह तय करना जरूरी है कि आपको कौन सा ITR फॉर्म भरना है. गलत फॉर्म भरने पर आपका रिटर्न खारिज हो सकता है.

  • ITR-1: अगर आपकी आय केवल वेतन या पेंशन से है और कुल आय ₹50 लाख से कम है.
  • ITR-2: ₹50 लाख से अधिक आय, कैपिटल गेन, एक से अधिक मकान या विदेशी आय होने पर.
  • ITR-3 या ITR-4: व्यापार या पेशेवर आय वालों के लिए.

ITR फॉर्म भरने से पहले एक बार जांच ज़रूर कर लें कि आपका फॉर्म सही है या नहीं.

2. आधार और पैन को लिंक करना जरूरी

टैक्स रिटर्न भरने से पहले यह कन्फर्म कर लें कि आपका आधार कार्ड पैन कार्ड से लिंक है. यह प्रक्रिया अनिवार्य है. अगर आपने यह नहीं किया, तो आपका पैन कार्ड निष्क्रिय हो सकता है और आपका ITR दाखिल करना मुश्किल हो जाएगा.

3. सभी दस्तावेज रखें तैयार

ITR भरने से पहले जरूरी दस्तावेजों को इकट्ठा कर लें

  • फॉर्म 16 (नियोक्ता से)
  • फॉर्म 26AS
  • Annual Information Statement (AIS)
  • बैंक स्टेटमेंट, ब्याज आय प्रमाण पत्र
  • धारा 80C, 80D आदि के तहत कटौती के लिए निवेश प्रमाण

4. पुरानी और नई टैक्स प्रणाली में करें सही चुनाव

अब दो टैक्स व्यवस्था हैं — पुरानी और नई.

  • पुरानी प्रणाली: इसमें अलग अलग प्रकार की छूट और कटौतियों का लाभ मिलता है.
  • नई प्रणाली: कम टैक्स रेट हैं लेकिन छूट सीमित हैं.

अपनी आय और कटौती योग्य निवेश के आधार पर यह मूल्यांकन करें कि कौन सी व्यवस्था आपके लिए बेहतर है. व्यवसाय या पेशेवर आय वालों को पुरानी व्यवस्था जारी रखने के लिए फॉर्म 10-IEA भरना जरूरी होता है.

5. सारी आय का करें खुलासा, चाहे छोटी ही क्यों न हो

वेतन के अलावा आपकी कोई अन्य आय हो जैसे कि

  • बैंक ब्याज
  • किराए की आय
  • फ्रीलांसिंग से कमाई
  • निवेश से लाभ

तो उसे भी जरूर घोषित करें. आय छिपाने पर बाद में टैक्स विभाग से नोटिस आ सकता है.

6. रिटर्न दाखिल करने के बाद करें वेरिफिकेशन

ऑनलाइन रिटर्न दाखिल करने के बाद उसे वेरिफाई करना अनिवार्य है. यह आप इन तरीकों से कर सकते हैं:

  • आधार OTP
  • इंटरनेट बैंकिंग
  • डीजिटल सिग्नेचर
  • या ITR-V फॉर्म को प्रिंट कर साइन करके बेंगलुरु स्थित CPC ऑफिस भेजें

अगर यह चरण नहीं किया गया, तो आपका रिटर्न प्रोसेस नहीं होगा.

शेफाली मुंद्रा कहती हैं, “अगर आप अच्छी तैयारी के साथ शुरुआत करें तो आयकर रिटर्न भरना बिल्कुल भी तनावपूर्ण नहीं होता. सही टैक्स व्यवस्था का चुनाव, उपयुक्त फॉर्म भरना, दस्तावेज तैयार रखना और विवरणों की जांच करना न केवल आपको अनुपालन में बनाए रखेगा, बल्कि कर बचत के अवसर भी प्रदान करेगा.

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