Infosys to pay $17.5 million : इंफोसिस को लगा बड़ा झटका ! चुकाने होंगे 145 करोड़ रुपये, जानिए क्या है पूरा मामला

Infosys to pay $17.5 million : देश की दिग्गज आईटी एक्सपोर्टर कंपनी इंफोसिस अपनी बिजनेस प्रोसेस मैनेजमेंट (BPM) यूनिट से जुड़े 2023 के साइबर सिक्योरिटी मामले में क्लास-एक्शन मुकदमे के निपटारे के लिए 17.5 मिलियन डॉलर चुकाएगी। बता दें कि इंफोसिस की BPM यूनिट इंफोसिस मैककैमिश सिस्टम्स का कुछ संवेदनशील डेटा अक्टूबर-नवंबर 2023 के बीच चोरी हो गया था, जिससे कुछ सिस्टम और एप्लिकेशन ठप पड़ गए थे.
 
 
Infosys to pay $17.5 million

क्या है इंफोसिस मैककैमिश?
इंफोसिस बीपीएम ने 2009 में मैककैमिश सिस्टम्स का अधिग्रहण किया था. यह कंपनी प्लेटफॉर्म-बेस्ड BPO सेवाएं प्रदान करती है और अमेरिका में लाइफ इंश्योरेंस, रिटायरमेंट सॉल्यूशंस और सर्विसेज से जुड़ी सेवाएं देती है.

इंफोसिस का बयान
Infosys to pay $17.5 million 

इंफोसिस ने अपने आधिकारिक बयान में कहा
"सेटलमेंट की शर्तें प्लेंटिफ्स (मुकदमा करने वालों) की सहमति, ड्यू डिलिजेंस, कोर्ट की प्रारंभिक और अंतिम मंजूरी पर निर्भर हैं. जब यह मंजूरी मिल जाएगी, तो यह समझौता क्लास-एक्शन मुकदमे से जुड़े सभी आरोपों को बिना किसी जिम्मेदारी स्वीकार किए सुलझा देगा।"

किन ग्राहकों का डेटा हुआ लीक ?
इस साइबर अटैक ने बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) के लगभग 57,000 ग्राहकों को प्रभावित किया। चोरी हुए डेटा में शामिल थे.

  • ग्राहकों के नाम और पते
  • सोशल सिक्योरिटी नंबर
  • BofA के डिफर्ड कंपनसेशन प्लान से जुड़े खाता विवरण
  • कंपनी को कितना हुआ नुकसान?

इंफोसिस ने बताया कि इस डेटा ब्रीच के कारण कंपनी को बड़ा आर्थिक झटका लगा.

मार्च 2024 तक कंपनी को 38 मिलियन डॉलर खर्च करने पड़े, जिनमें सिस्टम रिकवरी, जांच प्रक्रिया, कानूनी सेवाएं और संचार प्रयासों का खर्च शामिल था.

कमाई में आया उछाल
हालांकि, इस विवाद के बावजूद इंफोसिस की कमाई में बढ़ोतरी हुई है.

  • चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (Q3) में कंपनी का नेट प्रॉफिट 11.4% बढ़कर 6,806 करोड़ रुपये हो गया.
  • कंपनी ने अपना रेवेन्यू गाइडेंस 4.5-5% तक बढ़ा दिया है, जिससे स्पष्ट है कि ग्रोथ की रफ्तार बनी हुई है.
  • ब्लूमबर्ग के अनुमान के अनुसार यह आंकड़ा 6,773 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद थी, लेकिन वास्तविक लाभ उससे भी अधिक रहा.
  • दिसंबर तिमाही (QoQ) में कंपनी का नेट प्रॉफिट 4.6% बढ़ा, जो कि सितंबर तिमाही की तुलना में बेहतर प्रदर्शन दर्शाता है.

इंफोसिस की ग्रोथ जारी रहेगी?
भले ही साइबर अटैक का असर इंफोसिस पर पड़ा हो, लेकिन कंपनी की फाइनेंशियल ग्रोथ लगातार मजबूत बनी हुई है. अब देखना यह होगा कि आने वाले महीनों में इंफोसिस इस संकट से कैसे उबरती है और अपने क्लाइंट्स का भरोसा कैसे बनाए रखती है.

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