Post Office Monthly Income Scheme: एक बार इंवेस्ट कर हर साल कमा सकते हैं, 1 लाख से ज्यादा

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (Post Office Monthly Income Scheme) में निवेश कर पाएं 7.4% गारंटीड ब्याज. कपल ज्वाइंट अकाउंट से हर साल ₹1.10 लाख की कमाई कर सकते हैं. जानें निवेश की प्रक्रिया, फायदे और शर्तें.
 
Post Office Monthly Income Scheme

Post Office Monthly Income Scheme: अगर आप कपल हैं और नियमित कमाई के लिए अच्छी योजना की तलाश में हैं, तो पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम के बारे में विचार कर सकते हैं. सालाना 7.4 परसेंट की आकर्षक ब्याज दर वाली इस योजना में एक बार निवेश कर नियमित आय का लाभ उठा सकते हैं.

कपल इस योजना में ज्वाइंट अकाउंट खुलवाकर हर साल 1.11 लाख और सिंगल अकाउंट के जरिये 66,660 रुपये की कमाई कर सकते हैं. इसमें अकाउंट खोलने के लिए कम-से-कम 1000 रुपये का निवेश जरूरी है. इसके बाद 1,000 रुपये के मल्टीपल में जमा कर सकते हैं. ज्वाइंट अकाउंट में अधिकतम 15 लाख और सिंगल अकाउंट में 9 लाख रुपये जमा कर सकते हैं.

ऐसे समझें सालाना कमाई का गणित
Post Office Monthly Income Scheme

ज्वाइंट अकाउंट के तहत अगर आप इस योजना में अधिकतम 15 लाख रुपये का निवेश करते हैं, तो सालाना 7.4 परसेंट की दर से हर महीने आपको 9,250 रुपये का ब्याज मिलेगा. इस तरह, आप सालाना 1.10 लाख रुपये की कमाई कर सकते हैं.

सिंगल अकाउंट के मामले में आप योजना में अधिकतम 9 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं. इस पर सालाना 7.4 परसेंट की दर से हर महीने आपको 5,550 रुपये का ब्याज मिलेगा. इस तरह, आप हर साल 66,660 रुपये की कमाई ब्याज के रूप में कर सकते हैं.

सेफ्टी की 100 % गारंटी

पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम में आपके पैसों की सुरक्षा की 100 परसेंट गारंटी होती है, क्योंकि यह सरकार समर्थित है. इस लघु बचत योजना में गारंटीड रिटर्न मिलता है. खास बात है कि ज्वाइंट अकाउंट में हर खाताधारक का निवेश में बराबर हिस्सा होता है. इस योजना की मैच्योरिटी अवधि 5 साल है, लेकिन इसके बाद भी नई ब्याज दर के हिसाब से इसे आगे बढ़ा सकते हैं.

पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम के तहत अकाउंट एक डाकघर से दूसरे डाकघर में निशुल्क ट्रांसफर किया जा सकता है. हर डाकघर जमा के लिए निवेशक कई अकाउंट खोल सकते हैं. इसमें कोई टीडीएस नहीं लगता है, लेकिन अर्जित ब्याज करयोग्य है.

मैच्योरिटी से पहले विड्राल पर जुर्माना

योजना के तहत आप जमा के पहले साल के भीतर राशि नहीं निकाल सकते हैं. अगर अकाउंट एक से तीन साल के बीच बंद किया जाता है, तो मूलधन का दो परसेंट जुर्माना भरना होगा. अगर आप अपना अकाउंट तीन से पांच साल के अंदर बंद करते हैं, तो मूलधन के एक परसेंट जुर्माने का भुगतान करना होगा. बची हुई राशि आपके अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाएगी.

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