'ब्लैक मंडे' के बाद Share Market में जबरदस्त उछाल, जानिए तेजी के पीछे की 5 वजहें
Share Market Black Monday: 'ब्लैक मंडे' के भारी गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार ने मंगलवार को जोरदार वापसी की है.बाजार में चौतरफा खरीदारी देखने को मिल रही है, जिससे निवेशकों का सेंटीमेंट भी मजबूत हुआ है.सुबह के शुरुआती कारोबार में निफ्टी-50 ने 1.88% की तेजी के साथ 22,577 का इंट्राडे हाई छू लिया, जबकि सेंसेक्स ने 1.75% की छलांग लगाते हुए 74,421 का स्तर छू लिया.

बैंकिंग और मिडकैप स्टॉक्स में दिखी मजबूती
बैंक निफ्टी ने 50,388 के स्तर पर गैप-अप ओपनिंग की और कुछ ही मिनटों में 50,793 का इंट्राडे हाई बनाया, जो सोमवार के बंद के मुकाबले 1.87% अधिक रहा. बीएसई के सभी सेक्टोरल इंडेक्स ग्रीन जोन में रहे, जबकि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी अच्छी तेजी देखी गई. स्मॉलकैप इंडेक्स 1.35% और मिडकैप इंडेक्स 1.10% चढ़ा.
अपर और लोअर सर्किट में गए 289 शेयर
सुबह 11 बजे तक कुल 289 शेयरों ने सर्किट ब्रेकर को छुआ. इनमें 139 शेयरों ने अपर सर्किट और 150 ने लोअर सर्किट को छुआ. इसके साथ ही बीएसई में लिस्टेड 34 कंपनियों के शेयर 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए जबकि 43 कंपनियों के शेयर 52 हफ्ते के निचले स्तर पर आ गए.
तेजी के पीछे की 5 वजहें
1. ट्रेड वॉर का टेंशन हुआ कम
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया है कि कई देश अब टैरिफ कम करने को लेकर बातचीत के लिए तैयार हैं. इससे ट्रेड वॉर का खतरा कम होने की उम्मीद है, जिसका असर ग्लोबल मार्केट और भारतीय बाजार पर सकारात्मक रूप से पड़ा है.
2. ग्लोबल मार्केट से मिला सपोर्ट
मंगलवार को एशियाई बाजारों में भी मजबूती देखने को मिली. जापान का निक्केई इंडेक्स 5% और हांगकांग का हैंगसेंग 1.50% तक चढ़ गया। इससे भारतीय बाजार को भी सकारात्मक संकेत मिले.
3. शॉर्ट कवरिंग ने बढ़ाया बाजार को.
ब्लैक मंडे के बाद कई निवेशकों ने शॉर्ट पोजीशन ली थी. मंगलवार को उनमें शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली, जिससे बाजार में और तेजी आई.
4. ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद.
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक जारी है और बाजार को 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की उम्मीद है. यह भी शेयर बाजार की तेजी का एक अहम कारण है.
5. चौथी तिमाही के बेहतर नतीजे
2025 की चौथी तिमाही के लिए कई बैंकों ने अच्छे बिजनेस अपडेट दिए हैं. इससे निवेशकों को दूसरे बैंकों से भी मजबूत नतीजों की उम्मीद है. बैंकों द्वारा फंड जुटाने की योजनाएं भी बाजार को मजबूती दे रही हैं.