Mutual Fund Investment Strategy: कैसे म्यूचुअल फंड से बनाएं हर उम्र में स्मार्ट और सेफ फाइनेंशियल प्लान

Mutual Fund Investment Strategy: हर उम्र में म्यूचुअल फंड में सही रणनीति के साथ निवेश करना जरूरी है. जानें 30, 40, 50 और 60 साल की उम्र में किस तरह का म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो आपकी वित्तीय सुरक्षा और लक्ष्य को पूरा कर सकता है. आइये समझते हैं.

 
Mutual Fund Investment Strategy

Mutual Fund Investment Strategyआज की अनिश्चित वित्तीय दुनिया में स्मार्ट निवेश की रणनीति बनाना हर किसी की ज़रूरत बन गई है। इसमें म्यूचुअल फंड एक ऐसा विकल्प है जो एसआईपी (SIP) से लेकर इक्विटी, डेट और हाइब्रिड फंड्स तक आपके हर वित्तीय लक्ष्य को पूरा करने में मदद कर सकता है। लेकिन इस निवेश को सबसे ज्यादा असरदार तब बनाया जा सकता है जब आप अपनी उम्र और जीवन के चरण के अनुसार सही फंड का चयन करें।

30 साल की उम्र: शुरूआती दौर में आक्रामक निवेश

30 की उम्र में आपके पास समय होता है और जोखिम सहने की क्षमता भी. इस उम्र में आप लंबी अवधि के लक्ष्यों के लिए अधिक इक्विटी फंड चुन सकते हैं.

  • 70% निवेश लार्जकैप, फ्लेक्सी कैप या मिडकैप फंड में करें.
  • 20-30% निवेश डेट फंड में रखें, जिससे पोर्टफोलियो संतुलित रहे.
  • अल्पकालिक लक्ष्यों के लिए शॉर्ट ड्यूरेशन डेट फंड का विकल्प चुनें.

40 साल की उम्र: जिम्मेदारियों के साथ संतुलित रणनीति

40 की उम्र में परिवार, बच्चों की पढ़ाई और होम लोन जैसे लक्ष्यों के कारण जोखिम सहने की क्षमता कम हो जाती है.

  • इक्विटी में निवेश को 60% तक सीमित करें.
  • शेष राशि हाइब्रिड फंड में लगाएं जो डेट और इक्विटी दोनों में निवेश करता है.

50 साल की उम्र: रिटायरमेंट की योजना

50 की उम्र में रिटायरमेंट की तैयारी शुरू हो जाती है, इसलिए पोर्टफोलियो को कम जोखिम वाला बनाना ज़रूरी है.

  • 40-50% निवेश इक्विटी फंड्स में रखें (सिर्फ लार्जकैप या बैलेंस्ड फंड्स चुनें)
  • सेक्टोरल, मिडकैप या स्मॉलकैप फंड्स से बचें.
  • सरकारी प्रतिभूतियों (गिल्ट फंड) में भी निवेश करें.

60 साल के बाद: पूंजी सुरक्षा और नियमित आय

60 के आसपास निवेश का उद्देश्य संपत्ति बढ़ाना नहीं बल्कि सुरक्षा और नियमित आय होनी चाहिए.

  • केवल 10-20% निवेश इक्विटी में रखें.
  • 70-80% राशि डेट फंड्स जैसे लिक्विड, शॉर्ट ड्यूरेशन या गिल्ट फंड्स में लगाएं.
  • नियमित आय के लिए सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान (SWP) चुनें.

समय-समय पर निवेश की समीक्षा करें

  • 2023 में भारत में म्यूचुअल फंड निवेशक संख्या 54% थी, जो 2024 में बढ़कर 62% हो गई. यह दर्शाता है कि म्यूचुअल फंड हर उम्र के निवेशकों के लिए भरोसेमंद ऑप्शन बनता जा रहा है.
  • निवेश की निरंतरता और समीक्षा सबसे अहम है. अपने लक्ष्य बदलने पर या आय में वृद्धि होने पर रणनीति बदलना ज़रूरी है.

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