ULIP vs Mutual Fund vs Stocks: लॉन्ग टर्म में इंवेस्ट कर के पैसा बनाने के लिए क्या बेस्ट है?

ULIP vs Mutual Fund vs Stocks – कौन है लंबी अवधि में धन निर्माण के लिए सबसे बेहतर? जानिए फायदे, जोखिम और विशेषज्ञों की राय एक विस्तृत रिपोर्ट में.

 
ULIP vs Mutual Fund vs Stocks
ULIP vs Mutual Fund vs Stocksजब बात लॉन्ग टर्म वेल्थ यानी लंबे समय में पैसे बनाने की होती है, तो आम निवेशकों के सामने तीन ऑप्शन आते हैं — ULIP (यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान), म्यूचुअल फंड, और स्टॉक्स (शेयर बाजार में प्रत्यक्ष निवेश). लेकिन इन तीनों में से सबसे बेहतर ऑप्शन कौन-सा है? आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं.

ULIPs: निवेश और बीमा का मिश्रण

ULIP यानी यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान, बीमा और निवेश दोनों का कॉम्बिनेशन होता है. आपके द्वारा दी गई प्रीमियम का एक हिस्सा जीवन बीमा में जाता है, और बाकी हिस्सा बाजार से जुड़े फंड्स में निवेश होता है — जैसे इक्विटी या डेट फंड्स.

कमियां:

  • ULIPs में चार्जेज ज्यादा होते हैं — मॉर्टेलिटी चार्ज, फंड मैनेजमेंट फीस, और एलोकेशन फीस.
  • 5 साल का लॉक-इन पीरियड, जिससे आप चाहकर भी जल्दी पैसे नहीं निकाल सकते.

"ULIP में एक बार घुसने के बाद, तीन साल तक लगातार प्रीमियम देना अनिवार्य होता है. इसमें फंड स्विचिंग या AMC बदलने की सुविधा बहुत सीमित है, जो मार्केट अनिश्चितता के समय मुश्किल पैदा करता है.

स्टॉक्स: ज्यादा रिटर्न, लेकिन हाई रिस्क

शेयर बाजार में निवेश का मतलब है किसी कंपनी में प्रत्यक्ष हिस्सेदारी लेना. स्टॉक्स आपको सबसे ऊंचा रिटर्न दे सकते हैं, लेकिन इसमे रिस्क भी उतना ही होता है. मार्केट की अस्थिरता के चलते लॉस की संभावना भी बनी रहती है.

ZFunds के CEO मनीष कोठारी कहते हैं- "शेयरों में निवेश करते समय सही एंट्री और एग्जिट टाइमिंग बेहद जरूरी होती है. इसके लिए रिसर्च, समय और अनुभव चाहिए जो आम निवेशकों के लिए मुश्किल हो सकता है."

म्यूचुअल फंड्स: बैलेंस और फ्लेक्सिबल विकल्प

म्यूचुअल फंड्स में निवेश के लिए किसी खास मार्केट टाइमिंग की जरूरत नहीं होती. फंड प्रोफेशनल्स द्वारा मैनेज किए जाते हैं, जिससे जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है.

म्यूचुअल फंड्स ULIPs की तुलना में ज्यादा फ्लेक्सिबल और लिक्विड होते हैं. आप किसी भी समय निवेश कर सकते हैं या पैसा निकाल सकते हैं. इसके अलावा, अलग-अलग फंड्स और AMC में आसानी से स्विच कर सकते हैं.

इक्विटी म्यूचुअल फंड्स लंबे समय के लिए धन निर्माण के लिए बेस्ट ऑप्शन हैं. इनमें विविधता होती है — अलग-अलग सेक्टर्स और कंपनियों में निवेश होता है, जिससे जोखिम कम होता है.

कम लागत और आसान पहुंच

म्यूचुअल फंड्स की सबसे बड़ी खासियत है – कम प्रारंभिक निवेश, न्यूनतम चार्जेज, और सरलता से उपलब्धता.
₹10 से भी निवेश शुरू किया जा सकता है और जैसे-जैसे फंड बड़ा होता है, फंड मैनेजमेंट फीस भी घटती है.

तो क्या है सबसे बेहतर विकल्प?

  • ULIP उन लोगों के लिए है जो बीमा और निवेश को एक साथ चाहते हैं, लेकिन इसके लिमिट्स हैं.
  • स्टॉक्स अधिक रिटर्न के लिए सही हैं, लेकिन रिस्क ज्यादा है और समय व ज्ञान की जरूरत है.
  • म्यूचुअल फंड्स एक संतुलित, लचीला और कम जोखिम वाला ऑप्शन है — खासकर उन लोगों के लिए जो लंबी अवधि में धीरे-धीरे धन बनाना चाहते हैं.

YOU CAN ALSO READ - 2025 के लिए Best SBI SIP Plan: 5 साल इंवेस्ट करने पर मिलेगा 60% रिटर्न
 

Tags