डीपफेक धोखाधड़ी (Deepfake Scams)
डीपफेक धोखाधड़ी (Deepfake Scams) की पूरी जानकारी:
डीपफेक एक तकनीक है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करके किसी व्यक्ति का चेहरा या आवाज इतनी सटीक तरीके से बदल दी जाती है कि वह वास्तविक लगता है। यह तकनीक वीडियो, ऑडियो और चित्रों में किसी को झूठा दिखाने, धोखा देने और गलत जानकारी फैलाने के लिए इस्तेमाल की जाती है। आजकल, डीपफेक धोखाधड़ी एक गंभीर साइबर धोखाधड़ी का रूप ले चुकी है, जिसका उद्देश्य लोगों और कंपनियों को धोखा देना होता है। आइए, जानते हैं कि डीपफेक धोखाधड़ी कैसे काम करती है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
डीपफेक धोखाधड़ी के प्रकार:
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बिजनेस धोखाधड़ी (Business Fraud):
- कैसे काम करती है: धोखेबाजों द्वारा डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए किसी कंपनी के उच्च अधिकारी या कर्मचारी के चेहरे और आवाज का अनुकरण किया जाता है। वे कर्मचारियों को धोखा देकर बड़ी रकम ट्रांसफर करने के लिए कहते हैं। उदाहरण के लिए, CEO या किसी अन्य उच्च अधिकारी का डीपफेक वीडियो बनाकर, उन्हें फर्जी रूप से पैसों के ट्रांसफर की अनुमति दी जाती है।
- सुरक्षा उपाय: कंपनियों को अपने कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना चाहिए और धन संबंधित किसी भी अनुरोध को सत्यापित करने के लिए एक अतिरिक्त सत्यापन प्रक्रिया (जैसे फोन कॉल) अपनानी चाहिए।
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सामाजिक धोखाधड़ी (Social Engineering Fraud):
- कैसे काम करती है: धोखेबाज सोशल मीडिया पर किसी व्यक्ति के चेहरे और आवाज का नकली वीडियो बनाकर उसे दोस्त, परिवार या सहकर्मियों के सामने पेश करते हैं। वे व्यक्तिगत जानकारी चुराने या पैसे मांगने के लिए यह वीडियो भेजते हैं।
- सुरक्षा उपाय: सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा करते समय सावधान रहें। अगर कोई संदेश या वीडियो असामान्य या संदिग्ध लगे, तो पहले दूसरे रास्ते से सत्यापित करें।
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रोमांस स्कैम (Romance Scam):
- कैसे काम करती है: धोखेबाज ऑनलाइन डेटिंग साइट्स पर किसी व्यक्ति के चेहरे और आवाज का डीपफेक वीडियो बना कर "प्रेमी" की भूमिका निभाते हैं। वे विश्वास हासिल करने के बाद पैसे या उपहार मांगते हैं, जैसे यात्रा के खर्च या चिकित्सा आपात स्थितियों के नाम पर।
- सुरक्षा उपाय: ऑनलाइन डेटिंग करते समय सावधान रहें। किसी से भी पैसे या व्यक्तिगत जानकारी न मांगने दें, खासकर अगर आप उस व्यक्ति से कभी नहीं मिले हों।
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राजनीतिक और मीडिया धोखाधड़ी (Political & Media Fraud):
- कैसे काम करती है: डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल राजनीतिक नेताओं या अन्य सार्वजनिक हस्तियों के बयान, भाषण या इंटरव्यू को बदलने के लिए किया जाता है। इसका उद्देश्य जनता को गुमराह करना, गलत सूचना फैलाना या चुनावी प्रक्रियाओं को प्रभावित करना होता है।
- सुरक्षा उपाय: किसी भी राजनीतिक या सार्वजनिक व्यक्ति के वीडियो के बारे में पहले से जानें कि वह वीडियो वास्तविक है या नहीं। तथ्यों की पुष्टि करें और केवल विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें।
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वित्तीय धोखाधड़ी (Financial Fraud):
- कैसे काम करती है: धोखेबाज डीपफेक वीडियो का उपयोग करके अपने लक्षित व्यक्ति से बैंक अकाउंट, क्रेडिट कार्ड विवरण या अन्य संवेदनशील जानकारी प्राप्त करने के लिए फर्जी कॉल या संदेश भेजते हैं। वे खुद को किसी बैंक अधिकारी या वित्तीय सलाहकार के रूप में प्रस्तुत करते हैं।
- सुरक्षा उपाय: बैंक या वित्तीय संस्थाओं के कर्मचारियों से सीधे संपर्क करें, और कभी भी फोन कॉल या संदेश के जरिए व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
डीपफेक धोखाधड़ी के प्रमुख तरीके:
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फर्जी वीडियो कॉल: धोखेबाज डीपफेक वीडियो कॉल के जरिए किसी व्यक्ति को धोखा देते हैं। इस कॉल में व्यक्ति का चेहरा और आवाज पूरी तरह से बदलकर धोखेबाज उसे खुद की पहचान में प्रस्तुत करते हैं।
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फर्जी संदेश और मेल: डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल करके धोखेबाज किसी विश्वसनीय व्यक्ति का चेहरा और आवाज जोड़कर उनके नाम से फर्जी संदेश भेजते हैं, जिसमें वे पैसे मांगते हैं या निजी जानकारी प्राप्त करते हैं।
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वोटिंग और चुनाव धोखाधड़ी: डीपफेक का इस्तेमाल चुनावों में गड़बड़ी करने के लिए भी हो सकता है। उदाहरण के लिए, किसी उम्मीदवार का नकली भाषण तैयार किया जा सकता है, जिससे वोटरों को भ्रमित किया जा सके।
डीपफेक धोखाधड़ी से बचने के उपाय:
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सत्यापन: यदि आप किसी संदिग्ध व्यक्ति या स्रोत से वीडियो या संदेश प्राप्त करते हैं, तो इसे किसी अन्य विश्वसनीय माध्यम से सत्यापित करें। उदाहरण के लिए, फोन कॉल या वीडियो कॉल द्वारा पुष्टि करें।
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सुरक्षित इंटरनेट उपयोग: डीपफेक वीडियो या फर्जी संदेश से बचने के लिए, केवल सुरक्षित और विश्वसनीय वेबसाइट्स का उपयोग करें।
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सोशल मीडिया पर सतर्क रहें: किसी भी संदिग्ध वीडियो, लिंक या संदेश पर तुरंत प्रतिक्रिया न दें। यदि किसी जानकार व्यक्ति का वीडियो संदिग्ध लगे, तो तुरंत उन्हें कॉल करके सत्यापित करें।
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मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA): अपने सभी अकाउंट्स पर मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करें ताकि किसी भी धोखाधड़ी को रोका जा सके।
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साइबर सुरक्षा शिक्षा: अपने परिवार और सहकर्मियों को डीपफेक धोखाधड़ी के बारे में जागरूक करें। उन्हें यह समझाएं कि कैसे धोखेबाज इस तकनीक का उपयोग कर सकते हैं और उन्हें क्या कदम उठाने चाहिए।