वाराणसी में साइबर अपराधों की वृद्धि और इसके प्रभाव
वाराणसी में साइबर अपराधी इन दिनों फर्जी निवेश योजनाओं के जरिए लोगों से लाखों रुपये ठग रहे हैं।
बढ़ती साइबर अपराध और इसके प्रभाव वाराणसी में नकली वेबसाइटों और निवेश योजनाओं के जरिए ठगी
वाराणसी में साइबर अपराधी इन दिनों फर्जी निवेश योजनाओं के जरिए लोगों से लाखों रुपये ठग रहे हैं। अपराधी शेयर बाजार में निवेश के नाम पर आकर्षक रिटर्न का वादा करते हैं और लोगों को फर्जी वेबसाइटों के माध्यम से पैसा जमा करने के लिए मजबूर करते हैं। एक हालिया घटना में, एक महिला से 27 लाख रुपये की ठगी की गई जब उसे एक फर्जी निवेश योजना में शामिल होने के लिए कहा गया था
फर्जी कॉल से बैंक खाता और पिन चोरी
एक और आम तरीका जो साइबर अपराधी इन दिनों इस्तेमाल कर रहे हैं, वह है फर्जी कॉल के माध्यम से ठगी करना। उन्होंने खुद को बैंक अधिकारी या पुलिस बताकर लोगों से उनकी व्यक्तिगत जानकारी और बैंक डिटेल्स प्राप्त की। एक मामला सामने आया है जहां साइबर अपराधियों ने फर्जी कॉल करके 14.7 लाख रुपये ठग लिए, यह रकम एक व्यक्ति से उसके बेटे की गिरफ्तारी के नाम पर ली गई थी
साइबर अपराधियों का गिरफ्तारी के बावजूद बढ़ता प्रभाव
हालांकि पुलिस ने कई साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन इन अपराधियों के तरीकों में बदलाव लगातार हो रहा है, जिससे वे नए तरीकों से लोगों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस ने विशेष रूप से इस तरह के अपराधों से निपटने के लिए जागरूकता अभियान शुरू किए हैं, ताकि लोग फर्जी कॉल और वेबसाइटों से बच सकें
साइबर अपराध से बचने के उपाय
साइबर अपराधियों से बचने के लिए आम नागरिकों को अपने व्यक्तिगत विवरणों को साझा करने से बचना चाहिए और कभी भी अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। यदि किसी से कोई संदिग्ध कॉल या संदेश आता है, तो उसे तुरंत पुलिस को सूचित करना चाहिए। साथ ही, ऑनलाइन लेन-देन करते समय सुरक्षा सावधानियों का पालन करना चाहिए, जैसे कि वेबसाइट का सत्यापन करना और बैंकों से सीधे संपर्क करना