सावधान! एक Video Call और आप हो जाएंगे Sextortion के शिकार

 
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Sextortion : आजकल साइबर अपराधों के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। भले ही ऑनलाइन सुरक्षा तकनीकों में सुधार हो रहा हो, लेकिन साइबर अपराधी भी अपने तरीकों को लगातार अपडेट कर रहे हैं। ऑनलाइन ठगी, ब्लैकमेलिंग जैसे अपराधों के बीच सेक्सटॉर्शन (Sextortion) एक नई चुनौती बनकर उभरा है। इस लेख में हम समझेंगे कि सेक्सटॉर्शन क्या है, कैसे इसके शिकार बनने से बचा जा सकता है और इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए।

क्या है सेक्सटॉर्शन?

सेक्सटॉर्शन एक प्रकार की साइबर ब्लैकमेलिंग है, जिसमें अपराधी किसी की निजी या आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो का इस्तेमाल कर उसे ब्लैकमेल करते हैं। आमतौर पर ये ठग वेबकैम, वीडियो कॉल या मोबाइल फोन के जरिए इन तस्वीरों और वीडियो को रिकॉर्ड करते हैं। फिर इन्हें सार्वजनिक करने या पीड़ित के परिचितों को भेजने की धमकी देकर पैसे वसूले जाते हैं।

भारत में सेक्सटॉर्शन के बढ़ते मामले

एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सेक्सटॉर्शन के मामले में दुनिया के टॉप 10 देशों में शामिल है। वियतनाम, ब्राजील, और अर्जेंटीना इस सूची में शीर्ष पर हैं। भारत में स्कूल-कॉलेज के छात्र, बिजनेसमैन और राजनीतिक हस्तियां अक्सर इस रैकेट का शिकार बनते हैं।

सेक्सटॉर्शन का काम कैसे होता है?

  1. साइबर अपराधी फेक आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं।
  2. धीरे-धीरे पीड़ित से दोस्ती कर अश्लील बातचीत शुरू की जाती है।
  3. फिर वीडियो कॉल के जरिए पीड़ित को आपत्तिजनक स्थिति में रिकॉर्ड किया जाता है।
  4. इसके बाद रिकॉर्डेड वीडियो या स्क्रीनशॉट के माध्यम से पीड़ित को ब्लैकमेल किया जाता है।
  5. वायरल करने की धमकी देकर लाखों रुपये वसूले जाते हैं।

हाई-प्रोफाइल मामलों में भी फंसने की कोशिश

पिछले साल, बीजेपी नेता साध्वी रही प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भी सेक्सटॉर्शन गैंग ने निशाना बनाने की कोशिश की थी। उन्होंने इस साजिश की FIR दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने दो आरोपियों को राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार किया।

सेक्सटॉर्शन से बचने के उपाय

  1. अनजान लोगों की वीडियो कॉल स्वीकार न करें।
  2. किसी अनजान व्यक्ति को अपने निजी वीडियो या फोटो न भेजें।
  3. अगर कोई आपत्तिजनक सामग्री भेज रहा है तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
  4. किसी भी लिंक पर क्लिक करने या अनजान ऐप्स डाउनलोड करने से बचें।
  5. अपने मोबाइल और कंप्यूटर की सुरक्षा मजबूत रखें ताकि सिस्टम हैक न हो सके।

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