महाकुंभ बुकिंग के नाम पर ठगी
महाकुंभ 2025 को लेकर साइबर अपराधियों ने लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। वे महाकुंभ मेले के लिए बुकिंग के नाम पर ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं।
Mon, 6 Jan 2025
महाकुंभ 2025 को लेकर साइबर अपराधियों ने लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। वे महाकुंभ मेले के लिए बुकिंग के नाम पर ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं। यह घटना खासतौर पर उन लोगों को प्रभावित कर रही है, जो महाकुंभ के दौरान तीर्थ यात्रा के लिए होटल, पंडाल, या अन्य सेवाओं की ऑनलाइन बुकिंग कर रहे हैं।
ठगी के सामान्य तरीके:
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फर्जी वेबसाइट और ऐप्स:
- महाकुंभ की फर्जी वेबसाइट्स और मोबाइल ऐप्स तैयार किए जा रहे हैं, जो आधिकारिक वेबसाइट जैसे दिखते हैं।
- इन पर होटल बुकिंग, टेंट व्यवस्था, या विशेष पूजा पैकेज के नाम पर पैसे लिए जा रहे हैं।
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फिशिंग लिंक:
- लोगों को फर्जी मैसेज या ईमेल भेजे जा रहे हैं, जिनमें बुकिंग के लिए लिंक दिए गए हैं।
- जैसे ही लोग इन पर क्लिक करते हैं, उनके बैंक खातों से पैसे निकाल लिए जाते हैं।
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कस्टमर केयर नंबर की धोखाधड़ी:
- फर्जी कस्टमर केयर नंबरों के जरिए लोगों को जाल में फंसाया जा रहा है।
- कॉल पर बैंक डिटेल्स और OTP लेकर अकाउंट से पैसे उड़ा लिए जाते हैं।
महाकुंभ बुकिंग ठगी से बचाव के उपाय:
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आधिकारिक वेबसाइट का उपयोग करें:
- केवल महाकुंभ की आधिकारिक वेबसाइट या उत्तर प्रदेश सरकार की सत्यापित पोर्टल्स पर ही बुकिंग करें।
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फर्जी लिंक से बचें:
- अनजान नंबरों से आए मैसेज और ईमेल लिंक पर क्लिक न करें।
- हमेशा वेबसाइट के URL को ध्यान से जांचें।
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कस्टमर केयर नंबर सत्यापित करें:
- कस्टमर केयर के लिए केवल आधिकारिक स्रोत से नंबर लें।
- गूगल पर दिखाए गए किसी भी नंबर पर विश्वास करने से पहले उसकी जांच करें।
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ऑनलाइन पेमेंट में सतर्कता:
- केवल सुरक्षित पेमेंट गेटवे का उपयोग करें।
- बैंकिंग डिटेल्स किसी से साझा न करें।
यदि ठगी हो जाए तो क्या करें:
- तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।
- हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।
- अपने बैंक को तुरंत सूचित करें और ट्रांजैक्शन को ब्लॉक करने का अनुरोध करें।
- स्थानीय पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराएं।