पिग बुचरिंग स्कैम (Pig Butchering Scam) का उभार:
"पिग बुचरिंग स्कैम" एक नई साइबर धोखाधड़ी है जो भारत समेत दुनियाभर में तेजी से बढ़ रही है। इस स्कैम में धोखेबाज पीड़ित को धीरे-धीरे "फंसाने" और आर्थिक रूप से "बड़ी ठगी" करने के लिए मानसिक रूप से तैयार करते हैं।
पिग बुचरिंग स्कैम (Pig Butchering Scam) का उभार:
"पिग बुचरिंग स्कैम" एक नई साइबर धोखाधड़ी है जो भारत समेत दुनियाभर में तेजी से बढ़ रही है। इस स्कैम में धोखेबाज पीड़ित को धीरे-धीरे "फंसाने" और आर्थिक रूप से "बड़ी ठगी" करने के लिए मानसिक रूप से तैयार करते हैं।
पिग बुचरिंग स्कैम क्या है?
इस स्कैम का नाम "पिग बुचरिंग" इसलिए रखा गया है क्योंकि इसमें धोखेबाज पीड़ित को किसी पालतू सुअर की तरह "पालते" हैं, यानि उसे भरोसे में लेकर बड़े लाभ का लालच देते हैं। एक बार जब पीड़ित पूरी तरह से फंस जाता है, तो उसके साथ एक बड़ी ठगी की जाती है।
कैसे काम करता है यह स्कैम?
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टारगेट का चयन:
- धोखेबाज सोशल मीडिया, डेटिंग ऐप्स, या मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के जरिए संभावित पीड़ितों को खोजते हैं।
- ज्यादातर युवा, बेरोजगार, गृहिणियों और ऑनलाइन निवेशकों को निशाना बनाया जाता है।
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भरोसा बनाना:
- अपराधी खुद को अमीर व्यापारी, सफल निवेशक, या सहानुभूति रखने वाला व्यक्ति दिखाते हैं।
- लंबी बातचीत और "दोस्ती" के जरिए पीड़ित का भरोसा जीतते हैं।
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निवेश का झांसा:
- पीड़ित को फर्जी निवेश योजनाओं, क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म, या हाई-रिटर्न स्कीम में पैसा लगाने के लिए प्रेरित करते हैं।
- शुरुआती निवेश पर "लाभ" दिखाकर पीड़ित को और पैसा निवेश करने के लिए उकसाते हैं।
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ठगी का आखिरी चरण:
- एक बार जब पीड़ित बड़ी रकम निवेश कर देता है, तो धोखेबाज अचानक गायब हो जाते हैं।
- निवेश प्लेटफॉर्म बंद हो जाता है, और पीड़ित का सारा पैसा खो जाता है।
पिग बुचरिंग स्कैम के प्रमुख संकेत:
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सोशल मीडिया पर अजनबी का संपर्क:
- कोई अजनबी अचानक दोस्ती की पेशकश करता है और निवेश की सलाह देता है।
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फर्जी निवेश प्लेटफॉर्म:
- आकर्षक रिटर्न का वादा करने वाले ऐप्स और वेबसाइट्स।
- इनमें से अधिकतर प्लेटफॉर्म गूगल प्ले या ऐपल स्टोर पर उपलब्ध नहीं होते।
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भावनात्मक खेल:
- धोखेबाज पीड़ित को भावनात्मक रूप से बांधने की कोशिश करते हैं।
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भारी रिटर्न का वादा:
- जल्दी और असामान्य रूप से बड़े मुनाफे का दावा।
हालिया घटनाएं:
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भारत में बढ़ता खतरा:
- 2023-24 में, भारत में कई मामलों में लोगों ने लाखों रुपये खोए।
- NCR, मुंबई, और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में युवा निवेशक सबसे बड़े शिकार बने।
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विदेशी स्कैम नेटवर्क:
- चीन, सिंगापुर, और अन्य एशियाई देशों से जुड़े गिरोहों द्वारा संचालित यह स्कैम तेजी से बढ़ रहा है।
बचने के तरीके:
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अजनबियों पर भरोसा न करें:
- सोशल मीडिया या डेटिंग ऐप्स पर अजनबियों से बातचीत करते समय सतर्क रहें।
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फर्जी निवेश से बचें:
- केवल प्रमाणित निवेश प्लेटफॉर्म और वित्तीय सलाहकारों की मदद लें।
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जांच करें:
- किसी भी ऐप या वेबसाइट की प्रामाणिकता की जांच करें।
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संदेह होने पर रिपोर्ट करें:
- तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।
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भावनात्मक खेल में न फंसें:
- वित्तीय निर्णयों को हमेशा तर्कसंगत तरीके से लें।