हर दिन 60 करोड़ की ठगी

भारत में हर रोज़ साइबर ठगों द्वारा नई तरकीबों का उपयोग करके करोड़ों रुपये की ठगी हो रही है।
 
हर दिन 60 करोड़ की ठगी

भारत में साइबर ठगों द्वारा हर दिन औसतन 60 करोड़ रुपये की ठगी हो रही है। यह आंकड़ा भारत में बढ़ते साइबर अपराधों का गंभीर संकेत है, जो डिजिटल भुगतान और इंटरनेट से जुड़े नए तरीकों का उपयोग करके लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपनाते हैं। ठगी के कई रूप सामने आ रहे हैं, जिनमें फिशिंग, UPI फ्रॉड, क्यूआर कोड स्कैम और ऑनलाइन डाटा चोरी प्रमुख हैं।

प्रमुख तरीकों में वृद्धि

  1. फिशिंग: ठग यूजर्स को फर्जी कॉल, ईमेल या मैसेज भेजते हैं, जिसमें उन्हें अपने बैंक खाते की जानकारी, UPI पिन या पासवर्ड देने के लिए कहा जाता है।
  2. ऑनलाइन शॉपिंग और लोन स्कैम: वेबसाइट्स और ऐप्स के माध्यम से लोग सस्ती वस्तुओं या आसान लोन का लालच देकर धोखा खाते हैं।
  3. क्यूआर कोड और UPI फ्रॉड: ठग क्यूआर कोड स्कैन करने या फर्जी UPI लिंक के माध्यम से पैसे चुराते हैं।

साइबर सुरक्षा की बढ़ती आवश्यकता

साइबर अपराधियों के इन नए तरीकों के साथ-साथ, सरकार और सुरक्षा एजेंसियाँ भी सक्रिय हो गई हैं। इसके तहत साइबर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, और लेन-देन में सावधानी बरतने के लिए लोगों को सतर्क किया जा रहा है।

आंकड़े और कार्रवाई

भारत में साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए साइबर विंग I4C और अन्य संस्थाएँ सक्रिय कदम उठा रही हैं, लेकिन हालात की गंभीरता को देखते हुए आम नागरिकों को भी अपनी सुरक्षा बढ़ाने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है

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