डेटा चोरी के नए तरीके

डेटा चोरी के नए तरीके लगातार विकसित हो रहे हैं, और साइबर अपराधियों द्वारा तकनीकी तंत्रों का इस्तेमाल करके लोगों की व्यक्तिगत जानकारी चुराई जा रही है। हाल के दिनों में कुछ प्रमुख तरीके सामने आए हैं:

 
डेटा चोरी के नए तरीके

डेटा चोरी के नए तरीके लगातार विकसित हो रहे हैं, और साइबर अपराधियों द्वारा तकनीकी तंत्रों का इस्तेमाल करके लोगों की व्यक्तिगत जानकारी चुराई जा रही है। हाल के दिनों में कुछ प्रमुख तरीके सामने आए हैं:

1. क्यूआर कोड स्कैम

  • धोखेबाज QR कोड्स का इस्तेमाल करके लोगों से बैंक जानकारी चुराते हैं। इन फर्जी कोड्स को सार्वजनिक स्थानों पर रखा जाता है, या फिर फर्जी ऐप्स के माध्यम से भेजा जाता है। उपयोगकर्ता जैसे ही इस कोड को स्कैन करते हैं, उन्हें एक फर्जी भुगतान पृष्ठ पर ले जाया जाता है, जहाँ उनका पैसा चोरी हो जाता है

2. फिशिंग (Phishing)

  • फिशिंग हमलों के तहत धोखेबाज ईमेल, कॉल, या SMS भेजते हैं, जो वैध संस्थाओं जैसे बैंकों, सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स या ई-कॉमर्स साइट्स से आते हुए प्रतीत होते हैं। ये लिंक उपयोगकर्ता को नकली वेबसाइट्स पर ले जाते हैं, जहाँ वे अपनी निजी जानकारी जैसे कि बैंक अकाउंट डिटेल्स और पासवर्ड्स दर्ज कर देते हैं

3. मलवेयर और रैंसमवेयर

  • मलवेयर (malicious software) और रैंसमवेयर का उपयोग बढ़ गया है, जहां ये वायरस उपयोगकर्ता के डिवाइस में घुसकर उनके डेटा को एन्क्रिप्ट कर लेते हैं और उसे वापस पाने के लिए फिरौती की मांग करते हैं

4. बोटनेट्स (Botnets) का उपयोग

  • बोटनेट्स ऐसे नेटवर्क होते हैं, जिसमें हैकर्स कई संक्रमित कंप्यूटरों का इस्तेमाल करते हैं। इनका उपयोग डेटा चोरी और साइबर हमलों के लिए किया जाता है, जैसे कि स्पैम भेजना और बिना अनुमति के व्यक्तिगत जानकारी चुराना【10†source】।

5. स्मार्टफोन ट्रैकिंग ऐप्स

  • मोबाइल ट्रैकिंग ऐप्स का भी अब डेटा चोरी के लिए इस्तेमाल होने लगा है। ये ऐप्स यूजर्स के स्मार्टफोन पर छुपकर उनके व्यक्तिगत डेटा, जैसे कि लोकेशन, संपर्क, और ब्राउज़िंग इतिहास तक पहुँच सकते हैं

इन नए तरीकों से बचने के लिए, हमेशा सुनिश्चित करें कि आप केवल विश्वसनीय ऐप्स और साइट्स का उपयोग करें, अपने पासवर्ड्स और UPI पिन को सुरक्षित रखें, और संदिग्ध ईमेल या लिंक से सावधान रहें।

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