ए.आई. द्वारा फ़िशिंग हमले

धोखाधड़ी: धोखेबाज कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग करके अत्यधिक वास्तविक फ़िशिंग ईमेल और संदेश बनाते हैं
 
ए.आई. द्वारा फ़िशिंग हमले

ए.आई. द्वारा फ़िशिंग हमले क्या होते हैं?

फ़िशिंग एक प्रकार की धोखाधड़ी है जिसमें धोखेबाज किसी वास्तविक व्यक्ति, संस्था या कंपनी के रूप में पहचान बनाकर पीड़ित से संवेदनशील जानकारी (जैसे कि पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड विवरण, या बैंक खाता नंबर) प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। ए.आई. द्वारा फ़िशिंग हमले में कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग तकनीकों का इस्तेमाल करके धोखेबाज निम्नलिखित कार्य करते हैं:

  1. व्यक्तिगत हमलों को अधिक सटीक बनाना: ए.आई. की मदद से धोखेबाज पीड़ित की ऑनलाइन गतिविधियों का विश्लेषण कर सकते हैं, जैसे कि ईमेल आदतें, सोशल मीडिया प्रोफाइल, या खरीदारी की आदतें। इस डेटा का उपयोग करके वे अधिक व्यक्तिगत और आकर्षक फ़िशिंग संदेश तैयार करते हैं। उदाहरण के लिए, धोखेबाज किसी व्यक्ति के दोस्तों या परिवार के नाम से संदेश भेज सकते हैं, जिससे फ़िशिंग हमला और अधिक विश्वसनीय लगता है।

  2. स्वचालित फ़िशिंग संदेश उत्पन्न करना: ए.आई. का उपयोग करके, धोखेबाज लाखों फ़िशिंग संदेशों को स्वचालित रूप से उत्पन्न कर सकते हैं। ये संदेश व्यक्तियों और संगठनों के नाम और उनके विशिष्ट कार्यों को ध्यान में रखते हुए तैयार किए जाते हैं। ए.आई. द्वारा बनाई गई फ़िशिंग ईमेल या संदेश पहले से कहीं अधिक पेशेवर और वास्तविक दिख सकते हैं।

  3. भ्रामक वेबसाइटों और संदेशों का निर्माण: ए.आई. का उपयोग वेबसाइटों और संदेशों को धोखाधड़ी करने के लिए और भी प्रभावी बनाने में किया जा सकता है। यह हमलावरों को उच्च गुणवत्ता वाली नकली वेबसाइट बनाने में मदद करता है, जो मूल साइट से बिल्कुल मेल खाती हैं, जिससे पीड़ित को धोखा देना और भी आसान हो जाता है। उदाहरण के लिए, ए.आई. की मदद से वे बैंकिंग, सोशल मीडिया या ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स की हूबहू नकली साइटें बना सकते हैं।

  4. लोगों के व्यवहार को समझना और अनुकूलित करना: मशीन लर्निंग एल्गोरिदम के माध्यम से धोखेबाज पीड़ितों के ऑनलाइन व्यवहार, पैटर्न और प्रतिक्रियाओं को ट्रैक कर सकते हैं। यह उन्हें यह समझने में मदद करता है कि पीड़ित किस प्रकार के संदेशों पर प्रतिक्रिया करते हैं और किसे नहीं। इस जानकारी का इस्तेमाल करके वे फ़िशिंग हमलों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए संदेशों को अनुकूलित कर सकते हैं।

ए.आई. द्वारा फ़िशिंग हमलों के प्रकार

  1. स्पीयर फ़िशिंग (Spear Phishing):

    • यह फ़िशिंग का एक विशिष्ट रूप है जिसमें एक विशेष व्यक्ति या संगठन को लक्षित किया जाता है। ए.आई. का उपयोग करके, हमलावरों को अधिक व्यक्तिगत जानकारी मिलती है (जैसे कि कर्मचारियों का नाम, पद, कार्य, आदि), जिसे वे एक व्यक्तिगत हमले के रूप में भेज सकते हैं। उदाहरण के लिए, धोखेबाज ए.आई. द्वारा प्राप्त जानकारी के आधार पर एक व्यक्तिगत संदेश भेज सकते हैं, जैसे कि "प्रिय [नाम], कृपया इस लिंक पर क्लिक करें, यह आपकी वेतन पर्ची से संबंधित है।"
  2. व्हॉइस फ़िशिंग (Vishing) और वीडियो फ़िशिंग:

    • ए.आई. के साथ, धोखेबाज अब व्यक्ति की आवाज़ की नकल करने के लिए "डीपफेक" तकनीकों का उपयोग करते हैं। यह धोखेबाज किसी व्यक्ति की आवाज़ की नकल करके कॉल कर सकते हैं और उन्हें संवेदनशील जानकारी देने के लिए कह सकते हैं। इसके अलावा, वीडियो फ़िशिंग में धोखेबाज ए.आई. से उत्पन्न वीडियो का उपयोग कर सकते हैं, जो एक वास्तविक व्यक्ति की तरह दिखते हैं और उनसे व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करते हैं।
  3. मल्टी-लेवल फ़िशिंग (Multi-Level Phishing):

    • ए.आई. का उपयोग करके धोखेबाज एक ही हमले में कई फ़िशिंग प्रयासों को जोड़ सकते हैं। उदाहरण के लिए, पहले एक सामान्य फ़िशिंग ईमेल भेजा जा सकता है, फिर यदि पीड़ित उस पर प्रतिक्रिया करता है, तो एक अधिक व्यक्तिगत और विशिष्ट फ़िशिंग संदेश भेजा जा सकता है। यह मल्टी-स्टेज हमले पीड़ित को और अधिक विश्वास में ले सकते हैं।
  4. ऑटोमेटेड और स्केलेबल फ़िशिंग हमले:

    • ए.आई. की मदद से धोखेबाज बड़ी संख्या में फ़िशिंग ईमेल और संदेशों को स्वचालित रूप से भेज सकते हैं, जो उन्हें आसानी से स्केलेबल और बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी करने की क्षमता प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, ए.आई. द्वारा उत्पन्न एक धोखेबाज संदेश दुनिया भर में लाखों लोगों को भेजा जा सकता है।

ए.आई. द्वारा फ़िशिंग हमलों से बचने के तरीके

  1. सतर्कता और संदेह: फ़िशिंग संदेशों के प्रति सतर्क रहें। अगर कोई संदेश आपको व्यक्तिगत जानकारी देने के लिए कहता है, तो यह एक बड़ा संकेत हो सकता है कि वह धोखाधड़ी है। अगर आपको संदेह हो, तो ईमेल या संदेश में दिए गए लिंक पर क्लिक करने से बचें।

  2. ईमेल एड्रेस की जाँच करें: अगर ईमेल किसी कंपनी से आया है, तो हमेशा भेजने वाले के ईमेल एड्रेस को ध्यान से देखें। धोखेबाज अक्सर किसी असामान्य या थोड़े अलग नाम का उपयोग करते हैं जो असली ईमेल एड्रेस से मिलता-जुलता होता है।

  3. दो-चरण सत्यापन (Two-Factor Authentication): जहां भी संभव हो, दो-चरण सत्यापन सक्षम करें। इससे आपके खातों की सुरक्षा और बढ़ जाएगी, क्योंकि फ़िशिंग हमलावरों के लिए आपके अकाउंट तक पहुंच प्राप्त करना कठिन हो जाएगा, भले ही वे आपका पासवर्ड प्राप्त कर लें।

  4. एंटी-मैलवेयर और फ़िशिंग प्रोटेक्शन: अपने डिवाइस पर एंटी-मैलवेयर सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें और सुनिश्चित करें कि आपके ब्राउज़र में फ़िशिंग से सुरक्षा संबंधी सेटिंग्स सक्षम हैं। कई ब्राउज़र और ईमेल सेवाएं आपको फ़िशिंग संदेशों के खिलाफ चेतावनी देती हैं।

  5. संदेशों की भाषा पर ध्यान दें: फ़िशिंग संदेश अक्सर सामान्य या अस्पष्ट होते हैं, जैसे "आपके खाते में संदिग्ध गतिविधि पाई गई है, कृपया तुरंत अपना पासवर्ड बदलें।" ऐसी भाषा पर ध्यान दें और जांचें कि क्या संदेश में किसी प्रकार की गड़बड़ी है।

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