260 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी
हाल ही में, 260 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें धोखाधड़ी करने वालों ने निवेशकों को झूठे वादों और आकर्षक प्रस्तावों के माध्यम से ठगा। इस मामले में कई लोग बड़ी संख्या में धोखा खा गए और अपनी पूरी रकम खो दी।
Mon, 6 Jan 2025
260 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी
हाल ही में, 260 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें धोखाधड़ी करने वालों ने निवेशकों को झूठे वादों और आकर्षक प्रस्तावों के माध्यम से ठगा। इस मामले में कई लोग बड़ी संख्या में धोखा खा गए और अपनी पूरी रकम खो दी।
धोखाधड़ी का तरीका:
- फर्जी प्लेटफॉर्म्स और ऐप्स का निर्माण:
- आरोपियों ने फर्जी क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म्स और मोबाइल ऐप्स बनवाए। इन प्लेटफॉर्म्स पर उन्होंने निवेशकों को यह आश्वासन दिया कि वे बड़ी मात्रा में मुनाफा कमा सकते हैं।
- निवेशकों से पैसे की मांग:
- आरोपियों ने निवेशकों से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए भारी रकम की मांग की। उन्होंने निवेशकों को यह झांसा दिया कि उनकी रकम का जल्द ही बड़ा लाभ होगा।
- लाभ की पेशकश:
- आरोपियों ने निवेशकों को बहुत अधिक लाभ का वादा किया और कहा कि उनका निवेश दोगुना हो जाएगा। यह लाभ बहुत आकर्षक था, जिससे कई निवेशक उनके जाल में फंस गए।
- निवेश की रकम का न लौटना:
- जब निवेशक अपनी रकम निकालने की कोशिश करते थे, तो आरोपी उन्हें टालते हुए बहाने बनाते थे और अंत में पैसे वापस नहीं किए गए।
पुलिस की कार्रवाई:
- जांच और गिरफ्तारी:
- दिल्ली पुलिस ने एक निवेशक की शिकायत के आधार पर जांच शुरू की। डिजिटल और तकनीकी माध्यमों का इस्तेमाल करते हुए पुलिस ने धोखाधड़ी करने वालों को गिरफ्तार किया।
- मामले में आरोपियों ने लगभग 260 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को अब कोर्ट में पेश किया जा चुका है।
निवेशकों के लिए सुझाव:
- सतर्कता बरतें:
- क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से पहले हमेशा उस प्लेटफॉर्म की जांच करें, जिस पर आप निवेश करना चाहते हैं।
- निवेश करने से पहले जानकारी लें:
- कभी भी बहुत आकर्षक या अत्यधिक लाभ देने वाली योजनाओं पर विश्वास न करें। हर निवेश से पहले उसकी पूरी जानकारी प्राप्त करें।
- साइबर क्राइम से बचने के उपाय:
- अपनी बैंक या क्रेडिट कार्ड जानकारी किसी अनजान व्यक्ति या संदिग्ध वेबसाइट से साझा न करें।
- यदि आपको धोखाधड़ी का शक हो, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर रिपोर्ट करें।