Trump Tariffs list : भारत पर 27% और चीन पर 34% टैरिफ, किस देश पर लगा दिया सबसे ज्यादा 49% का टैरिफ?

Trump Tariffs list: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ (आयात शुल्क) को लेकर एक बड़ी घोषणा की है. उन्होंने भारत सहित कई देशों पर नए टैरिफ लागू करने की योजना का खुलासा किया है. ट्रंप प्रशासन ने भारत पर 27% और चीन पर 34% का टैरिफ लगाने का निर्णय लिया है.

 
Trump Tariffs list

Trump Tariffs list : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ (आयात शुल्क) को लेकर एक बड़ी घोषणा की है. उन्होंने भारत सहित कई देशों पर नए टैरिफ लागू करने की योजना का खुलासा किया है. ट्रंप प्रशासन ने भारत पर 27% और चीन पर 34% का टैरिफ लगाने का निर्णय लिया है.

ट्रंप का 'दयालु' टैरिफ?
डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी नई टैरिफ नीति को "डिस्काउंटेड रेसिप्रोकल टैरिफ" करार दिया है. उन्होंने दावा किया कि यह अमेरिका के हित में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका पर दूसरे देशों द्वारा लगाए जाने वाले टैरिफ की तुलना में यह "कम टैक्स" है. उनका कहना है कि भारत अमेरिका पर 52% टैरिफ लगाता है, जबकि उन्होंने भारत पर सिर्फ 27% ही लगाया है.

किस देश पर कितना टैरिफ?
ट्रंप प्रशासन ने कई अन्य देशों पर भी टैरिफ लागू किया है, जिनमें प्रमुख हैं:

चीन - 34%, भारत - 27%, यूरोपीय संघ - 20%, ब्रिटेन - 10%, जापान - 24%, कंबोडिया - 49% (सबसे ज्यादा), लाओस - 48, मेडागास्कर - 47%

USA Tariff List

ट्रंप प्रशासन ने यह भी ऐलान किया कि विदेशी निर्मित सभी ऑटोमोबाइल्स पर 25% आयात शुल्क लगाया जाएगा. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि इन टैरिफों को अलग-अलग उद्योगों में किस तरह लागू किया जाएगा.

टैरिफ कब से लागू होंगे?
व्हाइट हाउस के अनुसार, ये टैरिफ दो चरणों में लागू होंगे:

  • बेस ड्यूटी (10%) – यह सभी आयातों पर लागू होगी और 5 अप्रैल की सुबह 9:30 बजे (भारतीय समयानुसार) से प्रभावी होगी.
  • रेसिप्रोकल टैरिफ (अलग-अलग देशों के लिए अलग शुल्क) – यह 9 अप्रैल की सुबह 9:30 बजे (भारतीय समयानुसार) से लागू होगा.

व्हाइट हाउस ने दी सफाई, भारत पर टैरिफ 26% नहीं बल्कि 27%
शुरुआत में व्हाइट हाउस ने एक X (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में भारत पर 26% टैरिफ लगाए जाने की जानकारी दी थी, लेकिन बाद में इसे संशोधित कर 27% कर दिया गया.

डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा?
2 अप्रैल को ‘लिबरेशन डे’ की घोषणा करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ दरों की आधिकारिक घोषणा की। व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा-
"अमेरिका को दशकों से उसके ट्रेड पार्टनर्स ने लूटा है। हम अब उनसे लगभग आधा टैरिफ लेंगे जो वे हमसे वसूल रहे हैं. इसलिए यह पूरी तरह से रेसिप्रोकल नहीं होगा, लेकिन अमेरिका के हितों की रक्षा करेगा."

ट्रंप ने इस कदम को अमेरिकी इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक फैसलों में से एक करार दिया.

क्या होगा असर?

  • भारत और चीन जैसे देशों के लिए यह बड़ा झटका साबित हो सकता है, क्योंकि अमेरिका इन दोनों देशों का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है.

  • भारतीय कंपनियों को अमेरिकी बाजार में निर्यात पर अधिक खर्च करना पड़ेगा, जिससे कई उत्पादों की कीमतें बढ़ सकती हैं.
  • टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल और फार्मास्युटिकल्स जैसे सेक्टर पर सीधा प्रभाव पड़ सकता है.
  • चीन पहले ही अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध में उलझा हुआ है, और यह नया टैरिफ तनाव को और बढ़ा सकता है.
  • अमेरिकी उपभोक्ताओं को भी कुछ वस्तुओं के लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है, क्योंकि विदेशी उत्पाद महंगे हो जाएंगे.

डोनाल्ड ट्रंप के इस ऐलान से वैश्विक व्यापारिक संबंधों में नया मोड़ आ सकता है. भारत, चीन और यूरोपीय देशों को इस नए टैरिफ नीति का सामना करने के लिए अपनी रणनीति दोबारा बनानी होगी. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ये टैरिफ लंबे समय तक जारी रहे, तो इससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अस्थिरता बढ़ सकती है. अब सबकी निगाहें उन कदमों पर होंगी, जो प्रभावित देश इस पर प्रतिक्रिया देने के लिए उठाते हैं.

 

ALSO READ - Trump Tariff Impact : ट्रम्प के टैरिफ से सबसे अधिक नुकसान किन 15 देशों को होगा ?

Tags