वाराणसी में घनी मुस्लिम आबादी के बीच मिले प्राचीन मंदिर को लेकर चर्चा तेज, लोग बोले-यह तहजीब का शहर है

वाराणसी के मदनपुरा इलाके में घनी मुस्लिम आबादी के बीच एक प्राचीन मंदिर मिलने से चर्चा तेज हो गई है। कुछ लोग मंदिर के दरवाजे पर बंद ताला खोलकर पूजा-पाठ की बात कर रहे हैं जबकि प्रशासन अभी दस्तावेजों की जांच की बात कर रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर मंदिर है तो वहां पूजा होनी चाहिए उन्हें इस पर कोई आपत्ति नहीं है।

 
स्थानीय लोगों के लिए स्थिति असहज जरूर है
संवाद सहयोगी, जागरण वाराणसी। मदनपुरा इलाके की घनी मुस्लिम आबादी के बीच मिले प्राचीन मंदिर को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कुछ लोग इसके दरवाजे पर बंद ताला खोल कर पूजा-पाठ की बात कर रहे तो वहीं प्रशासन अभी दस्तावेजों के जांच की बात कर रहा है।

स्थानीय लोगों के लिए स्थिति असहज जरूर है लेकिन वह बड़ी सहजता से कहते हैं कि अगर मंदिर है तो वहां पूजा होनी चाहिए, इस पर उन्हें आपत्ति नहीं है। गोलचबूतरा के पास रहने वाले 60 वर्षीय हाजी मोहम्मद ताहिर का कहना है कि इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है कि मंदिर तीन सौ साल पुराना लेकिन जब से उन्होंने इसे देखा दरवाजे पर ताला ही लगा रहा। वर्षों से इसमें पूजा पाठ नहीं हुआ, इमारत भी अब जर्जर हालत में हैं। यह मंदिर है, उसमें पूजा-पाठ होता है तो उन्हें को आपत्ति नहीं है।

मकसूद अख्तर कहते हैं इलाके में कई मंदिर हैं लोग रोज वहां पूजा-पाठ करने आते हैं लेकिन इलाके में पूजा-पाठ को लेकर तनाव की स्थिति नहीं बनी। जिला प्रशासन इस प्राचीन मंदिर का ताला खुलवाता है और पूजा-पाठ होता है तो यह आपसी सौहार्द और गंगा-जमुनी तहजीब के रिश्ते को मजबूत ही करेगा।

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