हमास ने इजरायली बंधकों को रिहा किया: शांति की ओर एक कदम?

हमास ने गाजा में लंबे समय से बंधक बनाए गए तीन इजरायली महिलाओं को 20 जनवरी 2025 को रिहा कर दिया। यह कदम गाजा में लागू युद्धविराम के बाद आया है और इसे क्षेत्र में शांति बहाल करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

 
हमास ने इजरायली बंधकों को रिहा किया: शांति की ओर एक कदम?

हमास ने इजरायली बंधकों को रिहा किया: शांति की ओर एक कदम?

हमास ने गाजा में लंबे समय से बंधक बनाए गए तीन इजरायली महिलाओं को 20 जनवरी 2025 को रिहा कर दिया। यह कदम गाजा में लागू युद्धविराम के बाद आया है और इसे क्षेत्र में शांति बहाल करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

घटना का विवरण

  1. बंधकों की रिहाई:
    • हमास ने तीन इजरायली महिलाओं को 15 महीने बाद रिहा किया।
    • यह रिहाई गाजा सीमा पर हुई, जहां रेड क्रॉस की मौजूदगी में प्रक्रिया पूरी हुई।
  2. गिफ्ट बैग के साथ विदाई:
    • रिहाई के दौरान हमास ने इन महिलाओं को 'गिफ्ट बैग' भी प्रदान किए।
    • बैग में फल, स्थानीय मिठाइयां, और शॉल शामिल थे।

हमास का बयान

  • हमास ने कहा कि यह कदम "इंसानियत" को दिखाने के लिए उठाया गया है।
  • उन्होंने इसे "शांति वार्ता को आगे बढ़ाने का संकेत" बताया।
  • हालांकि, हमास ने इजरायल पर "अमानवीय नीतियां" अपनाने का आरोप भी लगाया।

इजरायल की प्रतिक्रिया

  • इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस कदम का स्वागत किया लेकिन आगाह किया कि हमास को अपनी शर्तों का पालन करना होगा।
  • इजरायल ने यह भी संकेत दिया कि वे किसी भी नए उल्लंघन का सख्ती से जवाब देंगे।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

  1. संयुक्त राष्ट्र:

    • संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इस रिहाई को सकारात्मक कदम बताया और गाजा में शांति प्रक्रिया को तेज करने की अपील की।
  2. अमेरिका:

    • अमेरिका ने हमास के इस कदम की सराहना की लेकिन साथ ही इजरायल की सुरक्षा पर जोर दिया।
  3. मिस्र और कतर:

    • मिस्र और कतर ने इस रिहाई में मध्यस्थ की भूमिका निभाई।

रिहाई के पीछे की कूटनीति

  • इस रिहाई को गाजा में लागू युद्धविराम समझौते का हिस्सा माना जा रहा है।
  • इसमें गाजा में राहत सामग्री की आपूर्ति और इजरायली बंधकों की रिहाई के साथ-साथ, इजरायली सैन्य कार्रवाई पर रोक शामिल है।

गाजा में स्थिति

  • युद्धविराम के बाद गाजा के लोग सामान्य जीवन की ओर लौटने की कोशिश कर रहे हैं।
  • हालांकि, क्षेत्र में तबाही और बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण चुनौतियां बनी हुई हैं।

क्या आगे शांति संभव है?

  • विशेषज्ञों का मानना है कि यह रिहाई एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन गाजा में स्थायी शांति अभी भी दूर है।
  • इजरायल और हमास के बीच विश्वास की कमी और लगातार तनाव शांति प्रक्रिया को मुश्किल बना सकते हैं।

सारांश

हमास द्वारा इजरायली बंधकों की रिहाई को मानवता और कूटनीति की जीत के रूप में देखा जा रहा है। यह कदम गाजा में शांति बहाल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है, लेकिन स्थायी शांति के लिए दोनों पक्षों को और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता होगी।

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