यूपी: जानलेवा ठंड से आठ की मौत, कोहरे से कई स्थानों पर टकराए वाहन, आज इन जिलों में पड़ रहा है घना कोहरा
Fog in UP: यूपी में जानलेवा ठंड जारी है। कानपुर और अलीगढ़ में ठंड की चपेट में आने से आठ लोगों की मौत हो गई। आज भी कई जिलों में घने कोहरे का अनुमान है।

यूपी: जानलेवा ठंड से आठ की मौत, कोहरे से सड़क हादसे, आज इन जिलों में घना कोहरा
उत्तर प्रदेश में ठंड और कोहरे का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में हाड़ कंपाने वाली ठंड के कारण आठ लोगों की जान चली गई। वहीं, घने कोहरे के चलते कई सड़क हादसे हुए, जिनमें कई लोग घायल हो गए।
ठंड और कोहरे का कहर
प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान गिरने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। घने कोहरे के कारण सुबह और रात में दृश्यता बेहद कम हो रही है, जिससे सड़क और रेल यातायात पर बुरा असर पड़ा है।
कोहरे से सड़क हादसे
- वाहनों की टक्कर:
कोहरे के कारण दृश्यता 10 मीटर से भी कम रह गई, जिसके चलते कई स्थानों पर वाहन आपस में टकरा गए। - मुख्य हादसे:
- कानपुर में एक ट्रक और कार की टक्कर में दो लोग घायल।
- वाराणसी-लखनऊ हाईवे पर बस और ट्रक के बीच हुई भिड़ंत।
- मथुरा में घने कोहरे के कारण चार वाहन आपस में भिड़े।
किन जिलों में घना कोहरा?
मौसम विभाग के अनुसार, आज उत्तर प्रदेश के कई जिलों में घने कोहरे की संभावना है। इनमें शामिल हैं:
- पूर्वी उत्तर प्रदेश: गोरखपुर, वाराणसी, बलिया।
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश: मेरठ, मुजफ्फरनगर, आगरा।
- मध्य यूपी: लखनऊ, कानपुर, रायबरेली।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि अगले 48 घंटे तक उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में घना कोहरा छाया रहेगा। साथ ही, न्यूनतम तापमान 3-5 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। सर्द हवाओं के कारण ठिठुरन और बढ़ सकती है।
सावधानी बरतने की सलाह
- यातायात में सतर्कता:
- कोहरे के दौरान वाहन धीमी गति में चलाएं।
- फॉग लाइट्स का इस्तेमाल करें।
- स्वास्थ्य का ख्याल रखें:
- गर्म कपड़े पहनें और बच्चों तथा बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दें।
- हीटर का इस्तेमाल करते समय उचित वेंटिलेशन सुनिश्चित करें।
- यात्रा टालें:
यदि संभव हो तो कोहरे के समय लंबी यात्राओं से बचें।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश में ठंड और कोहरे का प्रकोप लगातार गंभीर होता जा रहा है। ऐसे में प्रशासन और नागरिकों को सतर्क रहने की जरूरत है। जान और माल की सुरक्षा के लिए मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लेना अनिवार्य है।