वाराणसी: दुकान की आड़ में नशे का कारोबार, BHU के छात्रों को बना रहे थे नशेड़ी, एक करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त
उत्तर प्रदेश के बनारस से जनरल स्टोर की आड़ में ड्रग्स बेचने का काम चल रहा था, जिसका भंडाफोड़ नारकोटिक्स विभाग ने किया है. नारकोटिक्स टीम ने जनरल स्टोर के दुकानदार को 1.01 किलोग्राम प्रतिबंधित दवाइयों के साथ गिरफ्तार किया है.
बनारस: जनरल स्टोर की आड़ में ड्रग्स का कारोबार, नारकोटिक्स विभाग ने 1 करोड़ की प्रतिबंधित दवाइयां जब्त कीं
उत्तर प्रदेश के बनारस में सीर गोवर्धन इलाके में एक जनरल स्टोर की आड़ में नशे का धंधा चल रहा था, जिसे नारकोटिक्स विभाग ने भंडाफोड़ कर बंद कर दिया है। विभाग ने खुशी जनरल स्टोर से 1.01 किलोग्राम प्रतिबंधित दवा बुप्रेनोरफिन बरामद की है, जिसकी कीमत 1 करोड़ रुपये से अधिक है। इस मामले में दुकान के मालिक रामबाबू को गिरफ्तार किया गया है।
BHU के छात्रों और नशेड़ियों को बेची जा रही थीं दवाइयां
नारकोटिक्स टीम की जांच में पता चला कि रामबाबू चोरी-छिपे BHU के हॉस्टल में रहने वाले छात्रों और स्थानीय नशेड़ियों को ये प्रतिबंधित दवाएं बेच रहा था। रामबाबू सप्तसागर दवा मंडी से इन दवाओं को 22 रुपये में खरीदता और 200-300 रुपये में बेचता था। ये दवाएं तेज दर्द में राहत के नाम पर इस्तेमाल होती हैं लेकिन नशे के लिए भी इनका दुरुपयोग किया जा रहा था।
नारकोटिक्स विभाग की छानबीन और गिरफ्तारी
नारकोटिक्स आयुक्त दिनेश बौद्ध, उपायुक्त प्रवीण कुमार बाली, और सहायक आयुक्त अनिल कुमार विश्वकर्मा ने इस मामले में 15 दिन पहले छानबीन शुरू की थी।
- 14 दिसंबर को अधीक्षक केके श्रीवास्तव की अगुवाई में टीम ने सीर गोवर्धन गेट के सामने खुशी जनरल स्टोर पर छापेमारी की।
- इस दौरान 1.01 किलोग्राम बुप्रेनोरफिन बरामद की गई और दुकानदार रामबाबू को गिरफ्तार कर लिया गया।
दवा मंडी के कारोबारियों पर भी जांच शुरू
पूछताछ में रामबाबू ने सप्तसागर दवा मंडी के कुछ कारोबारियों के नाम भी बताए हैं, जो प्रतिबंधित दवाओं की आपूर्ति में शामिल हो सकते हैं। नारकोटिक्स विभाग अब इन दवा कारोबारियों की गोपनीय जांच कर रहा है।
आरोपी को जेल भेजा गया
पूछताछ के बाद रामबाबू को जेल भेज दिया गया है। विभाग ने बताया कि इस मामले में अन्य संभावित आरोपियों को भी जल्द पकड़ा जाएगा।
नारकोटिक्स विभाग का अलर्ट
नारकोटिक्स विभाग ने छात्रों और अभिभावकों को सतर्क रहने की अपील की है। विभाग ने कहा कि नशीली दवाओं का दुरुपयोग समाज और युवाओं के भविष्य को बर्बाद कर सकता है, इसलिए इस तरह के मामलों की सूचना तुरंत विभाग को दें।