वाराणसी: डिजिटल अरेस्ट करने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, साइबर क्राइम थाने को मिली बड़ी सफलता

साइबर अपराध के बढ़ते मामलों पर वाराणसी पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। साइबर क्राइम थाने की टीम ने डिजिटल अरेस्ट करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरोह लोगों को फर्जी तरीके से डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर फंसाकर उनसे मोटी रकम ऐंठने में माहिर था।
 
वाराणसी: डिजिटल अरेस्ट करने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, साइबर क्राइम थाने को मिली बड़ी सफलता

वाराणसी: डिजिटल अरेस्ट करने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, साइबर क्राइम थाने को मिली बड़ी सफलता

साइबर अपराध के बढ़ते मामलों पर वाराणसी पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। साइबर क्राइम थाने की टीम ने डिजिटल अरेस्ट करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरोह लोगों को फर्जी तरीके से डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर फंसाकर उनसे मोटी रकम ऐंठने में माहिर था।

क्या है "डिजिटल अरेस्ट" गिरोह?

  • यह गिरोह ऑनलाइन जालसाजी में माहिर था।
  • मास्टरमाइंड और उसके साथी फर्जी लिंक, नकली ऐप और सरकारी संस्थानों के नाम पर लोगों को डराने का काम करते थे।
  • आरोपियों ने कई निर्दोष लोगों को यह कहकर फंसाया कि उनके खिलाफ डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर शिकायत दर्ज है।

पुलिस की कार्रवाई

  • साइबर क्राइम थाने को गिरोह की गतिविधियों के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी।
  • मास्टरमाइंड की लोकेशन ट्रेस कर उसे एक सुनियोजित ऑपरेशन के तहत गिरफ्तार किया गया।
  • गिरफ्तार आरोपी से कई मोबाइल, लैपटॉप, और बैंक खातों का विवरण बरामद हुआ है।

गिरोह का तरीका

  1. डराने की तकनीक:
    आरोपी पीड़ितों को कॉल करके फर्जी कानूनी कार्रवाई का डर दिखाते थे।
  2. पैसे की मांग:
    पीड़ितों से कानूनी कार्रवाई से बचाने के नाम पर मोटी रकम वसूलते थे।
  3. तकनीकी चालाकी:
    फर्जी वेबसाइट और ईमेल आईडी का इस्तेमाल कर असली संस्थानों का नकली वर्जन तैयार करते थे।

पुलिस का बयान

साइबर क्राइम थाने के प्रभारी ने बताया कि गिरोह का नेटवर्क बड़े स्तर पर फैला हुआ है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। इसके साथ ही, मास्टरमाइंड से पूछताछ कर अन्य मामलों की कड़ियां जोड़ने की कोशिश की जा रही है।

सतर्कता के लिए सुझाव

  • अनजान कॉल या ईमेल पर कानूनी कार्रवाई के डर में न आएं।
  • केवल आधिकारिक वेबसाइट और पोर्टल्स का उपयोग करें।
  • यदि ऐसा कोई मामला सामने आए, तो तुरंत पुलिस या साइबर सेल से संपर्क करें।

इस गिरफ्तारी से साइबर अपराधियों के खिलाफ एक सख्त संदेश गया है। पुलिस की यह कार्रवाई समाज को ऐसे धोखेबाजों से बचाने में मददगार साबित होगी।

Tags