23 March Historical Events : इतिहास की इन 5 घटनाओं ने कैसे बदल दी दुनिया
23 March Historical Events : हर तारीख अपने आप में एक कहानी समेटे होती है, और 23 मार्च का दिन भी इतिहास के पन्नों में कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए जाना जाता है. आज जब हम 23 मार्च 2025 को देख रहे हैं, तो आइए उन पांच ऐतिहासिक घटनाओं पर नजर डालें जो इस दिन घटीं और जिनका असर आज भी महसूस किया जाता है. ये घटनाएं भारत और दुनिया दोनों के लिए मील का पत्थर रही हैं.

1. भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी (1931)
23 मार्च 1931 को भारत के स्वतंत्रता संग्राम के तीन महान क्रांतिकारियों—भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर—को ब्रिटिश सरकार ने लाहौर जेल में फांसी दे दी. ये नौजवान देश की आजादी के लिए अपनी जान देने को तैयार थे. भगत सिंह ने सांडर्स की हत्या और असेंबली में बम फेंकने जैसे साहसिक कदम उठाए थे, ताकि अंग्रेजों के खिलाफ आवाज बुलंद हो सके। उनकी शहादत आज भी हर भारतीय को देशभक्ति की प्रेरणा देती है.
2. पाकिस्तान का पहला इस्लामिक रिपब्लिक बनना (1956)
23 मार्च 1956 को पाकिस्तान दुनिया का पहला इस्लामिक रिपब्लिक बना, जब उसने अपना संविधान लागू किया. हालांकि, उस वक्त वह अभी भी ब्रिटिश कॉमनवेल्थ का हिस्सा था. इस दिन को पाकिस्तान में "पाकिस्तान डे" के रूप में मनाया जाता है. ये घटना दक्षिण एशिया के इतिहास में एक अहम मोड़ थी, जिसने भारत-पाक रिश्तों को भी प्रभावित किया.
3. हिटलर को आपातकालीन अधिकार मिलना (1933)
23 मार्च 1933 को जर्मनी की राइशस्टाग (संसद) ने एडॉल्फ हिटलर को डिक्री के जरिए शासन करने का अधिकार दे दिया. हिटलर ने अपने भाषण में ईसाई चर्चों को जर्मन समाज का आधार बताया और इसे नैतिकता का प्रतीक कहा। इस फैसले ने नाजी शासन को मजबूत किया और आगे चलकर द्वितीय विश्व युद्ध की नींव रखी. ये दिन दुनिया के इतिहास में एक काले अध्याय की शुरुआत माना जाता है.
4. जापान का अंडमान पर कब्जा (1942)
23 मार्च 1942 को जापानी सेना ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर कब्जा कर लिया. पोर्ट ब्लेयर में जापानी जहाजों ने बिना ज्यादा विरोध के कब्जा जमाया और स्थानीय भारतीय सैनिकों को आजाद हिंद फौज में शामिल किया. ये घटना भारत की आजादी की लड़ाई में एक अलग रंग लाई, क्योंकि सुभाष चंद्र बोस ने बाद में इन द्वीपों का इस्तेमाल अपने अभियान के लिए किया.
5. नासा का पहला दो लोगों वाला अंतरिक्ष मिशन (1965)
23 मार्च 1965 को नासा ने अपने जेमिनी 3 अंतरिक्ष यान से पहली बार दो लोगों को अंतरिक्ष में भेजा। इस मिशन ने अंतरिक्ष उड़ानों के प्रभाव को समझने और भविष्य के चंद्रमा मिशनों की तैयारी में अहम भूमिका निभाई. ये तकनीकी सफलता अंतरिक्ष अनुसंधान के इतिहास में एक बड़ा कदम थी, जिसने मानव की अंतरिक्ष यात्रा की सीमाओं को विस्तार दिया.
23 मार्च का दिन इतिहास में बलिदान, राजनीतिक बदलाव, युद्ध और वैज्ञानिक प्रगति का संगम है. भगत सिंह की शहादत से लेकर अंतरिक्ष की उड़ान तक, ये घटनाएं हमें याद दिलाती हैं कि हर कदम, हर संघर्ष और हर खोज हमारे आज को आकार देती है. 23 मार्च 2025 को जब हम ये दिन मना रहे हैं, तो इन ऐतिहासिक पलों को याद करना हमें अपने अतीत से सबक लेने और भविष्य के लिए प्रेरित करता है.
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