Super Grok Free For Students: स्टूडेंट्स के लिए Super Grok फ्री, एलन मस्क ने बताया उसके लिए आपको क्या करना होगा

 
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Super Grok Free For Students: टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलोन मस्क ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक बड़ा ऐलान किया है। मस्क ने पोस्ट में बताया कि सुपरग्रोक (SuperGrok) अब छात्रों के लिए मुफ्त उपलब्ध होगा। लेकिन इस मुफ्त पेशकश के साथ कुछ शर्तें भी जुड़ी हैं, जिन्हें xAI के इंजीनियर अर्नो गाउ ने अपने एक पोस्ट में विस्तार से समझाया। उनके मुताबिक, यह मुफ्त सब्सक्रिप्शन केवल दो महीनों के लिए वैध होगा और इसके लिए छात्रों को (.edu) ईमेल एड्रेस का इस्तेमाल करना होगा। हालांकि, (.edu) डोमेन सिर्फ अमेरिका में ही मान्य है, जिसके चलते भारत जैसे देशों के छात्रों को अभी इस सुविधा का लाभ लेने में दिक्कत हो सकती है। गाउ ने यह भी कहा कि जल्द ही अन्य देशों के लिए भी edu-समकक्ष सपोर्ट जोड़ा जाएगा।


साइन-अप में दिक्कत? xAI सपोर्ट से लें मदद

अर्नो गाउ की पोस्ट के कमेंट्स में कई छात्रों ने शिकायत की है कि (.edu) ईमेल होने के बावजूद उन्हें साइन-अप करने और सब्सक्रिप्शन लेने में परेशानी हो रही है। इस पर गाउ ने सुझाव दिया कि अगर आपको भी ऐसी समस्या आ रही है, तो xAI सपोर्ट से संपर्क करें। उनका कहना है कि सपोर्ट टीम आपकी समस्या का जल्द समाधान करेगी।

सुपरग्रोक क्या है?

जो लोग अभी तक सुपरग्रोक से अनजान हैं, उनके लिए बता दें कि यह ग्रोक 3 का एक प्रीमियम सब्सक्रिप्शन वर्जन है। यह X प्रीमियम+ सब्सक्रिप्शन के बराबर है, लेकिन इसमें अंतर यह है कि सुपरग्रोक सिर्फ ग्रोक AI चैटबॉट के लिए है। यानी, अगर आप X की पेड फीचर्स नहीं चाहते, बल्कि सिर्फ ग्रोक की एडवांस सुविधाओं का लाभ लेना चाहते हैं, तो सुपरग्रोक आपके लिए है। दूसरी ओर, X प्रीमियम+ में आपको X की प्रीमियम सुविधाओं के साथ-साथ ग्रोक का एक्सेस भी मिलता है।

सुपरग्रोक को पावर यूजर्स के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें बिग ब्रेन मोड के साथ बेहतर प्रॉब्लम-सॉल्विंग क्षमता, कुछ खास टूल्स की जल्दी पहुंच और ज्यादा यूजेज लिमिट जैसे फीचर्स शामिल हैं। यह उन लोगों के लिए खास तौर पर बनाया गया है जो कोडिंग, रिसर्च या साइंस जैसे जटिल क्षेत्रों में काम करते हैं।

सुपरग्रोक की खासियतें और लिमिट

सुपरग्रोक में डिफॉल्ट रिक्वेस्ट की संख्या 100 है, जबकि प्रीमियम मोड में यह 50 और फ्री वर्जन में 20 है। इसके अलावा, सुपरग्रोक में 30 डीपसर्च और 30 थिंक रिक्वेस्ट की सुविधा भी मिलती है। लिमिट खत्म होने के बाद AI मॉडल को रीसेट होने में 2 घंटे का समय लगता है, जो प्रीमियम मोड के बराबर है। लेकिन फ्री वर्जन में यह रीसेट टाइम 24 घंटे का है।

भारत में कीमत

भारत में सुपरग्रोक की मासिक कीमत 700 रुपये है, जबकि सालाना सब्सक्रिप्शन 6,500 रुपये में उपलब्ध है। वहीं, X प्रीमियम+ की कीमत ग्रोक 3 के लॉन्च के बाद लगभग दोगुनी हो गई है। अब यह 2,861.67 रुपये प्रति माह (पहले 1,750 रुपये) और सालाना 34,340 रुपये में मिलता है।

भारत के छात्रों के लिए राहत जल्द

चूंकि (.edu) डोमेन भारत में उपलब्ध नहीं है, इसलिए भारतीय छात्रों को अभी इस मुफ्त ऑफर का लाभ लेने में मुश्किल हो सकती है। लेकिन अर्नो गाउ के बयान से उम्मीद जगी है कि xAI जल्द ही भारत और अन्य देशों के लिए edu-समकक्ष ईमेल सपोर्ट शुरू करेगी। तब तक छात्रों को इंतजार करना होगा या xAI सपोर्ट से संपर्क करना होगा।
एलोन मस्क की यह पहल छात्रों के बीच AI टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। लेकिन क्या यह भारत जैसे देशों के छात्रों के लिए भी उतनी ही कारगर होगी? यह आने वाला वक्त ही बताएगा।


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