Modi 2011 video on Tahawwur Rana : तहव्वुर राणा पर PM मोदी का 2011 का Video Viral- 'प्रधानमंत्री भारत के दुश्मनों को भूलते नहीं'
Modi 2011 video on Tahawwur Rana: संयुक्त राज्य अमेरिका से 26/11 के साजिशकर्ता तहव्वुर हुसैन राणा के भारत प्रत्यर्पण के बाद, सोशल मीडिया पर 2011 का पीएम मोदी का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उस समय विपक्ष में रहते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. यह वीडियो उस समय का है जब अमेरिका ने राणा को मुंबई हमलों में सहयोग के आरोपों से मुक्त कर दिया था, जिसमें 166 लोगों की जान गई थी और 300 से अधिक घायल हुए थे.

2011 में मोदी की तीखी प्रतिक्रिया
2011 में, जब अमेरिका की शिकागो कोर्ट ने राणा को रिहा करने का आदेश दिया था, तब नरेंद्र मोदी ने कहा था, "अमेरिका की शिकागो कोर्ट ने राणा को रिहा करने का आदेश दिया है. इससे हर उस शक्ति और सरकार के लिए एक नया सवाल खड़ा हो गया है जो आतंकवाद के खिलाफ लड़ रही है. मुझे उम्मीद है कि भारतीय सरकार इस मुद्दे पर तुरंत जवाब देगी."
उन्होंने आगे कहा, "भारतीय सरकार को अमेरिका के खिलाफ अपनी आवाज उठानी चाहिए और अमेरिका के पाकिस्तान के प्रति रवैये के खिलाफ सख्त फैसले लेने चाहिए। यह वक्त की जरूरत है. वरना, एक के बाद एक अपराधी अमेरिका की ओर भागेंगे, उनके मामले वहां की अदालतों में सुने जाएंगे और उन्हें निर्दोश घोषित कर दिया जाएगा."
PM Modi 2011 video on Tahawwur Rana goes viral-
#ThrowbackThursday Narendra Modi Comments On The Ordered Release Of 26/11 Plotter Tahawwur Rana By Chicago Court [June 2011] pic.twitter.com/Llp6L4BnOp
— RT_India (@RT_India_news) April 10, 2025
सोशल मीडिया पर रिएक्शन
राणा के प्रत्यर्पण के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स ने पीएम मोदी की तारीफ की है. कई लोगों ने इसे "एक और वादे को पूरा करने" के रूप में सराहा.कुछ ने लिखा, "मोदी भारत के दुश्मनों को कभी नहीं भूलते." यह वीडियो और उनकी रिएक्शन एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई है, जो उनके संकल्प और कूटनीतिक दृष्टिकोण को दर्शाती है.
तहव्वुर राणा का भारत में न्याय का सामना
आतंकी तहव्वुर राणा, गुरुवार को विशेष उड़ान से दिल्ली पहुंचा और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया. देर रात पटियाला हाउस की विशेष अदालत में पेशी के बाद, उसे 29 अप्रैल तक NIA की हिरासत में भेज दिया गया. राणा को NIA मुख्यालय की हाई-सिक्योरिटी सेल में पूछताछ के लिए रखा जाएगा.
NIA की 12 सदस्यीय टीम, जिसका नेतृत्व डीआईजी जया रॉय करेंगी, राणा से तीन प्रमुख पहलुओं पर पूछताछ करेगी: 26/11 आतंकवादी हमलों की साजिश, उनकी लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से कनेक्शन, और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की संलिप्तता. यह पूछताछ भारत को 2008 के मुंबई हमलों के पीछे के पूरे षड्यंत्र को उजागर करने में मदद कर सकती है.
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