RIL Share Price Falls : रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 4% की गिरावट, मुकेश अंबानी की नेटवर्थ में भारी कमी
RIL Share Price Falls : रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयरों में शुक्रवार को करीब 4% की गिरावट दर्ज की गई, क्योंकि शेयर बाजार ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ घोषणा के बाद ग्लोबल अनसर्टेनिटी पर दी. इस गिरावट के साथ, रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी की नेटवर्थ में भी भारी कमी आई है, और वे फोर्ब्स की 2025 की विश्व के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में Top 10 से बाहर हो गए हैं.

शेयरों में गिरावट और बाजार का रुख
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर शुक्रवार को 1,240 रुपये पर खुले, लेकिन दोपहर के सत्र में यह 1,192.85 रुपये के इंट्राडे निचले स्तर तक गिर गए. यह कीमत इसके 52-सप्ताह के निचले स्तर 1,156 रुपये से थोड़ा ही ऊपर है, जो 3 मार्च 2025 को दर्ज किया गया था. पिछले पाँच दिनों में RIL के शेयरों में 6.35% की गिरावट आई है. पिछले छह महीनों में यह 13.46% और पिछले एक साल में 17.98% तक लुढ़क चुका है. यह गिरावट ग्लोबल मार्केट में अनिश्चितता और ट्रम्प की नई टैरिफ नीति के असर को दर्शाती है, जिसने भारत पर आयात शुल्क बढ़ा दिया है.
मुकेश अंबानी की नेटवर्थ में भारी कमी
RIL के शेयरों में गिरावट का सीधा असर मुकेश अंबानी की संपत्ति पर पड़ा है. फोर्ब्स की 2025 की विश्व के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट के अनुसार, मुकेश अंबानी अब Top 10 अरबपतियों की लिस्ट से बाहर हो गए हैं. उनकी नेटवर्थ पिछले साल के 116 बिलियन डॉलर से घटकर 92.5 बिलियन डॉलर हो गई है. इस कमी के साथ, वे अब इस लिस्ट में 18वें स्थान पर हैं, जबकि दुनिया के कई अन्य शीर्ष अरबपतियों की संपत्ति में इस दौरान वृद्धि हुई है.
ब्रोकरेज फर्मों की राय: RIL के भविष्य पर क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
रिलायंस इंडस्ट्रीज जल्द ही अपनी चौथी तिमाही (Q4) की कमाई की घोषणा करने वाली है. इस बीच, प्रमुख ब्रोकरेज फर्मों ने कंपनी के भविष्य के परफॉमेंस पर अपनी राय दी है.
गोल्डमैन सैक्स: इस ब्रोकरेज ने RIL पर "खरीदें" (Buy) रेटिंग बरकरार रखी है. गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि Q4 में RIL की मुख्य कमाई स्थिर रहेगी. ब्रोकरेज का कहना है कि रिलायंस की रिटेल बिजनेस (कनेक्टिविटी को छोड़कर) की आय में साल-दर-साल 6.5% की वृद्धि होगी, जबकि जियो की आय में तिमाही-दर-तिमाही 4% की बढ़ोतरी होगी.
गोल्डमैन सैक्स ने यह भी भविष्यवाणी की है कि वित्तीय वर्ष 2026 में RIL की कमाई 18% की दर से बढ़ेगी, जो रिटेल सेगमेंट में रिकवरी और जियो के मजबूत प्रदर्शन से समर्थित होगी. ब्रोकरेज का मानना है कि निवेशक RIL की FY26 के लिए रिटेल ग्रोथ गाइडेंस और न्यू एनर्जी प्रोजेक्ट्स पर अपडेट्स पर ध्यान देंगे.
मैक्वेरी: पहले RIL को लेकर सतर्क रुख अपनाने वाली मैक्वेरी ने अब अपनी राय बदल दी है और कंपनी को लेकर सकारात्मक हो गई है. मैक्वेरी का अनुमान है कि RIL की कमाई FY25 से FY27 के बीच 15-16% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ेगी. यह FY23-FY25 के लिए अनुमानित 2% CAGR की तुलना में काफी बेहतर है. मैक्वेरी ने RIL के लिए अपना मूल्य लक्ष्य बढ़ाकर 1,500 रुपये कर दिया है. ब्रोकरेज ने अब RIL का मूल्यांकन "सम-ऑफ-द-पार्ट्स" (SOTP) मॉडल के आधार पर किया है, जिसमें कंपनी के संभावित स्पिन-ऑफ को ध्यान में रखा गया है. मैक्वेरी को उम्मीद है कि जियो, रिटेल और एनर्जी बिजनेस से ग्रोथ होगी.
जेपी मॉर्गन: जेपी मॉर्गन ने RIL के ओवरसीज बॉन्ड्स पर ध्यान केंद्रित किया है। इसने RIL के 2032 और 2045 बॉन्ड्स को "ओवरवेट" रेटिंग दी है, जेपी मॉर्गन का मानना है कि गैस विवाद जैसे चल रहे कानूनी मुद्दों का RIL के टोटल वेल्थ परफॉमेंस पर बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा. ब्रोकरेज ने कहा कि कानूनी अनिश्चितताओं के कारण बॉन्ड की कीमतों में किसी भी नकारात्मक प्रतिक्रिया से निवेशकों के लिए खरीदारी का अवसर पैदा हो सकता है.
(डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में विशेषज्ञों/ब्रोकरेज फर्मों द्वारा व्यक्त किए गए विचार, राय, सिफारिशें और सुझाव उनके अपने हैं. किसी भी निवेश या ट्रेडिंग निर्णय लेने से पहले किसी योग्य ब्रोकर या वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना उचित है.)
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